Motilal Oswal Active Momentum Fund - NFO

पहले हम कुछ ऐसे इन्नोवेशंस को देखते हैं जिन्होंने हमारी जिंदगी पूरी तरीके से बदल दी है.
हमारा कम्युनिकेट करने का तरीका बहुत ही दृष्टिक वे में चेंज हो चुका है आप यहां पर देख सकते हैं कि किस तरीके से हमारा जो कम्युनिकेशन करने का तरीका है वह बदल चुका है.
कहीं पर भी अगर डाटा स्टोर करने की बात आती है तो पहले के समय में और अभी के समय में कितना बदल चुका है हमारा इनफॉरमेशन स्टोर करने का तरीका वह भी आप यहां पर देख सकते हैं.
डीसृप्शन सब जगह पर हो रहा है. बहुत सारे एग्जांपल्स मैं आपसे साझा करना चाहूंगा जैसे कि ऑटोमोबाइल सेक्टर को अगर हम देखते हैं. तो पहले के समय में पेट्रोल और डीजल के व्हीकल चलते थे, लेकिन अभी के समय में इलेक्ट्रिक व्हीकल आ चुके हैं साथ में सेल्फ ड्राइविंग कार्स इंडिया के अंदर आने की तैयारी कर रही है और हाइब्रिड व्हीकल का जो क्रेज है वह भी धीमे-धीमे हमें बढ़ाते हुए देखने को मिल रहा है.
फाइनेंशियल सर्विसेज को अगर हम देखे तो पहले के समय में हम देखते थे कि हमको जो भी ट्रांजैक्शन करना होता था पेमेंट के रिकॉर्डिंग वह हमें बैंक में जाकर करना पड़ता था लेकिन अभी के समय में ऐसा नहीं है. हमको बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ती है हम अपने यूपीआई के थ्रू अपने कोई भी ट्रांजैक्शंस को बहुत ही आसानी से कर सकते हैं ब्लॉकचेन भी बहुत ही तेजी से उभरता हुआ एक सितारा है साथ में पेमेंट एग्रीकल्चर जो है जिन्होंने हमारी लाइफ बहुत ही आसान कर दी है.
कंजप्शन को अगर हम देखें तो हमें पता चलता है कि क्विक कॉमर्स की जो साइड से वह बहुत ही तेजी से गो कर रही और हमारा जो खरीदने और बेचने का जो प्रक्रिया है वह बहुत ही आसान हो चुका है इसमें ऑगमेंटेड रियलिटी आगे आने वाले समय के अंदर में बहुत ही काम में आने वाला है.
मीडिया एंड एंटरटेनमेंट की अगर हम बात करें तो ओट चैनल समय बढ़ाते हुए देखने को मिल रहे हैं. जो भी हमें मूवीस देखनी है या फिर कोई सीरीज देखनी है तो मोती के ऊपर देख सकते हो बहुत ही आसानी से साथ में डिजिटल कंटेंट बहुत ही तेजी से बढ़ते हुए देखने को मिल रहे हैं उनकी जो क्वांटिटी है वह भी हमें बढ़ाते हुए देखने को मिल रही है म्यूजिक स्ट्रीमिंग भी बहुत ही ईजी प्रोसेस हो चुका है. हमको जो भी इच्छा वह हम गाने बहुत ही आसानी से अपने फिंगर टिप्स के ऊपर सर्च करके सुन सकते हैं.
टेक्नोलॉजी की बात करें तो क्लाउड कंप्यूटिंग भी बहुत ही तेजी से हमें बढ़ाते हुए देखने को मिल रहा है. क्योंकि हमको जो भी अपनी फाइल को स्टोर करना होता है वह हम क्लाउड कंप्यूटिंग के ऊपर या फिर क्लाउड के ऊपर हम शेयर कर देते हैं, और वहां पर हम स्टोर कर देते हैं अभी के समय में अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के बारे में बहुत ही सुना होगा और साथ में आईओटी आईओटी का मतलब है इंटरनेट ऑफ थिंग्स डाटा सेंटर्स की भी संख्या इंडिया के अंदर दिन प्रति दिन बढ़ते हुए देखने को मिल रही है.
इंडस्ट्रीज को भी हेल्प करने के लिए अब रोबोट आ चुके हैं ड्रोनेस आ चुके हैं 3D प्रिंटिंग की जो टेक्नोलॉजी है वह भी आ चुकी है नैना टेक्नोलॉजी ने हमारा जो इंडस्ट्रियल प्रोसेस है वह अलग ही लेवल पर लेकर जा चुके हैं.
हेल्थ केयर कि अगर हम बात करते तो मैट्रिक भी बहुत ही बड़ा उभरता हुआ हम एक ऑपच्यरुनिटी देखने को मिल रहा है. E-फार्मेसी जिसमें हम अपनी दवाइयां को हमारे घर पर मंगा सकते हैं और साथ में बायोटेक्नोलॉजी भी जो है वह हमें बढ़ाते हुए देखने को मिल रहा है.
इंडिया के अंदर जो इनोवेशन स्टोरी है वह मात्र शुरू हुई है. स्टार्टअप का जो इकोसिस्टम है वह बहुत ही तेजी से बूस्ट कर रहा है साथ में कंज्यूमर बसें जो है हमारा इंडियन मार्केट का वह भी धीमे-धीमे हमें एक्सपेंड होते हुए देखने को मिल रहा है साथ में बढ़ते हुए भी देखने को मिल रहा है जो परचेसिंग कैपेसिटी है वह भी लोगों की बढ़ रही है. इंडियन गवर्नमेंट ने बहुत ही अच्छा एक काम किया है जो की है स्ट्रांग डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर का जो कि हमें बहुत ही अच्छी तरीके से हमें grow करने में हेल्प कर रहा है गवर्नमेंट के जो इनिशिएटिव है वह भी हमें बहुत ही सपोर्ट कर रहे हैं. साथ में जो स्ट्रांग फंड रेजिंग का एक सिस्टम भी जो बना है वह इंडिया के जो स्टार्टअप से उसके ऊपर बहुत ही अच्छा विश्वास रखते हैं. जिसके कारण हमें बहुत ही अच्छा खासा पैसा भी इंडिया के अंदर आते हुए देखने को मिल रहा है.
अब हम स्टार्टअप इकोसिस्टम जो है उसको हम बहुत ही बारिक कैसे देखते हैं जैसे कि ई-कॉमर्स को अगर हम पहले देखते हैं ई-कॉमर्स के अंदर अगर हम देखते हैं. तो वहां पर बोर्ड जैसे का जो कंपनी है वह इंडियन कंपनी है बहुत ही तेजी से गो कर रही है कास्ट 24 है फर्स्ट क्राय है लेंसकार्ट है मीशो है और लीशियस है तो यह जितने भी ई-कॉमर्स कंपनी है बहुत ही शानदार परफॉर्म कर रही है और इनका आगे आने वाले समय में हमें आईपीओ भी देखने को मिल सकता है. और अच्छे हमें यहां पर ग्रोथ स्टोरी भी देखने को मिल सकती है और साथ में यह कंज्यूमर बेस्ड जो बढ़ रहा है. वह इंडियन इकोसिस्टम के लिए बहुत ही शानदार है फिंच की अगर हम बात करें तो को है मोबिक्विक है रेजर पर है कॉइन डक्स से बिल्डर जैसे जो यहां पर पेमेंट एग्रीकल्चर जो है वह बहुत ही शानदार तरीके से काम करते हुए हमें देखने को मिल रहे हैं. कंज्यूमर सर्विसेज जैसे कि ब्लैंकेट हो गया सेप्टो हो गया अर्बन कंपनी हो गया बिग बॉस्केट हो गया यह सारे जो कंपनी है वह हमारे फूड को जो भी प्रोडक्ट बाजार में से चाहिए वह हमारे घर पर लाकर देते हैं साथ में अर्बन कंपनी जैसी जो कंपनी है वह हमें सर्विसेज भी हमारे घर पर प्रोवाइड करती है. हेल्थ के अगर हम बात करें तो टाटा जो कंपनी है. उसने 1mg को लांच किया जो हमारे दवाइयां को हमारे घर पर डिलीवर कर दिया cure.fit एक बहुत ही बड़ा ब्रांड बन चुका है. जो हमें फिट रहने के लिए मोटिवेट करता है.
गवर्नमेंट जो है वह भी जो स्टार्टअप सिस्टम है साथ में जहां पर भी इनोवेशन हो रहे हैं उसकी पूरी तरीके से सपोर्ट कर रही है. जैसे कि अगर हम स्टार्टअप इंडिया इनीशिएटिव की बात करें साथ में अटल इन्नोवेशन मिशन की बात करें नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन इंडिया की बात करें इंडिया स्टेट की बात करें या फिर क्रेडिट गारंटी स्कीम फॉर स्टार्टअप्स की बात करें तो यह जितने भी स्कीम से वह सारी की सारी स्कीम्स हमारे इंडिया के स्टार्टअप्स को बहुत ही ज्यादा हेल्प कर रही है. अब यह जो भी स्कीम से उन्होंने कितना पैसा डिस्पैच किया है अलग-अलग कंपनी इसको तो वह भी आप यहां पर देख सकते हैं क्वानटेटिवली कौन से सेक्टर को कितना पैसा गया है वह आप यहां पर अपने स्क्रीन के अंदर देख सकते हैं.
स्टार्टअप की जो फंडिंग है वह भी हम देख सकते की 2014 के बाद यहां पर हमें कंटीन्यूअस बढ़ाते हुए देखने को मिल रहा है. 2024 अभी चल रहा है फिर भी हमें यहां पर अच्छा खासा फिगर देखने को मिल रहा है. 2024 खत्म होते-होते मतलब फाइनेंशियल ईयर 2024 खत्म होते-होते यह फिगर और भी बड़ा होते हुए हमें देखने को मिलेगा. स्टार्टअप कंपनी कभी ना कभी तो इतनी बड़ी हो जाती है कि उनको लिस्टिंग करनी पड़ती है तो उनको भी इस मेथड से अलग अच्छा खासा पैसा आता है तो आप यहां पर देख सकते हैं कि कौन सी कौन सी जो स्टार्टअप कंपनी से वह लिस्टेड हो चुकी है और उनका साल कौन सा है वह भी आप यहां पर देख सकते हैं.
ई-कॉमर्स का जो growth है वह आप यहां पर देख सकते हैं इंडिया का जो ग्रंथ है वहां पर कंपेयर किया है चीन के साथ में और साथ में उस के साथ में तो आप यहां पर देख सकते हैं कि इंडिया का जो ई-कॉमर्स का जो सेक्टर है वह धीमे-धीमे में बढ़ते हुए देखने को मिल रहा है. साथ में यह जो growth है वह भी बहुत ही कंसिस्टेंट है तो आगे आने वाला समय के अंदर हमें यह growth और भी अच्छी तरीके से देखने को मिलेगा साथ में ई-कॉमर्स का जो मार्केट अपॉर्चुनिटी है वह है अराउंड 19% के हिसाब से हमें बढ़ाते हुए देखने को मिल रहा है.
कंप्यूटिंग क्लाउड कंप्यूटिंग भी बहुत ही तेजी से बढ़ रहा है. साथ में उनका जो स्पेंडिंग है वह भी हमें कंटीन्यूअस बहुत ही तेजी से बढ़ते हुए देखने को मिल रहा है. आगे आने वाले समय के अंदर हमें क्लाउड कंप्यूटिंग के सेक्टर जो है वह तो बढ़ाते हुए देखने को मिलेंगे साथ में ओवरऑल पेंडिंग भी हमें यहां पर बढ़ते हुए देखने को मिल सकती है. यह specifically आईटी रिलेटेड जो कंपनी से उसके अंदर हमें ज्यादा पैमाने में देखने को मिल सकता है. बहुत सारी बड़ी कंपनी ऐसे भी होती है. जो अपना डाटा को किसी और के साथ में शेयर नहीं करना चाहती लेकिन फिर भी वह अपने डेटा को इंडिया के अंदर ही क्लाउड कंप्यूटिंग के थ्रू कोई भी तरह के का नया इंफ्रास्ट्रक्चर बिल्ड किए बिना ऑनलाइन क्लाउड सर्विस के ऊपर अपने डेटा को रख सकती है. मतलब आगे आने वाले समय के अंदर यह जो कंप्यूटिंग का मेथड है या फिर स्ट्रिंग का मेथड है वह बहुत ही अच्छी तरीके से grow करेगा.
इलेक्ट्रिक व्हीकल का जो सेगमेंट है वह इंडिया के अंदर बहुत ही अंदर पेनिट्रेटेड है मतलब यहां पर स्कोप बहुत ही बड़ा है. अगर हम सेल्स की भी बात करते हैं तो जो सेल्स का जो नंबर से वह हमें फाइनेंशियल ईयर 2022 के बाद ही बहुत ही तेजी से बढ़ते हुए देखने को मिल रहा है. उसके पीछे का एक रीजन यह भी है कि जो PLI स्कीम से और साथ में यहां पर इंडिया के अंदर डिस्काउंट्स मिल रहे थे गवर्नमेंट के थ्रू उसी के पीछे का एक रीजन है. साथ में लोगों का जो क्रेज है इलेक्ट्रिक व्हीकल की तरफ और साथ में एनवायरनमेंट के प्रति हमारी जो सेंसिटिविटी है वह भी हमें बढ़ाते हुए देखने को मिल रही है तो यह ओवर वाला अगर हम देखें तो इंडिया का जो रिटेल सेगमेंट है. वह अगर भी हो रहा है साथ में जो हमारा एनवायरमेंट है उसके लिए भी बहुत ही सेंसिटिव हो रहा है और यह जो चीज जो नए-नए इनोवेशन आ रहे उसको अडॉप्ट भी कर रहा है और साथ में उसको प्रचार भी कर रहा है.
आगे आने वाले समय के अंदर जो एनर्जी कंजप्शन है. उसके पीछे जो सबसे बड़ा प्लेयर रहने वाला है. मतलब जो सबसे बड़ा कंजेबल पदार्थ लेने वाला है वह रहने वाला है ग्रीन हाइड्रोजन जी हां यहां पर तेल को रिप्लेस करके इंडिया के अंदर ग्रीन हाइड्रोजन को बहुत ही तेजी से यहां पर उसे करने का प्लानिंग चल रहा है अब अगर इंडिया के अंदर ही ग्रीन हाइड्रोजन बहुत ही बड़े पैमाने पर बनना शुरू हो जाएगा तो उसका कास्ट ऑटोमेटेकली काम होता जाएगा तो यहां पर आप देख सकते हैं लेफ्ट हैंड साइड के अंदर जो ग्राफी है तो वहां पर इंडिया का जो 2030 के अंदर ग्रीन हाइड्रोजन का कास्ट क्या रहेगा. और 2050 के अंदर ग्रीन हाइड्रोजन का कास्ट क्या रहेगा तो आप यहां पर कंपैरिजन करके देख सकते हैं तो आगे आने वाले समय के अंदर ग्रीन हाइड्रोजन का जो प्राइस है वह काम होते हैं वह देखने को मिलेगा साथ में इसके ऊपर बेस्ड गाड़ियां भी हमें मार्केट में या फिर रोड के ऊपर दौड़ते हुए देखने को मिलेगी.
इन्वेस्टमेंट स्ट्रेटजी इस फंड की बहुत ही सिंपल रहने वाली है जैसे कि प्रोडक्ट और सर्विसेज के अंदर कोई भी नए इनोवेशन हो रहा है जो की पॉजिटिव वे में हो रहा है तो वहां पर यह फंड इन्वेस्टमेंट करेगा साथ में प्रक्रिया इन्नोवेटर जो है उनके ऊपर भी यहां पर फोकस किया जाएगा साथ में इनोवेशन को जो अडॉप्ट करने वाले रहेंगे जो बहुत ही तेजी से अडॉप्ट करेंगे उनके ऊपर भी यहां पर फोकस रहने वाला है तो यहां पर ओवरऑल इन्नोवेटर के ऊपर यहां पर प्ले करने वाले हैं
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